Tuesday 18 June 2019

अब घर से निकल......

तो आ अब घर से निकल,
दुआएँ साथ लेकर तू चल,
बेशक़ अँधेरे  होंगे राह में,
ना डर, सूरज  सा तू जल,

तो आ अब घर से निकल..!

मंज़िल की तलाश में चल,
पर खुद से जीत हर - पल,
बनेंगे  ठोकर  राह में लोग,
बढ़ना आगे कर के तु छल,

तो आ अब घर से निकल..! 

मुश्किलों से सिख लड़ना,
वक़्त से आगे आ निकल,
लगा कर सूझबुझ अपनी,
हर क़दम गिर कर संभल,

तो आ अब घर से निकल...! 

-साबिर बख़्शी

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