वैसे ही गुज़रे है दिन मेरे वैसे ही गुज़रेगी रात,,
ऐ नए साल बता क्या है तुझ में नई बात,,
क्यों मचाता है शोर दीवानो की तरह ऐ दिल,,
न बदले है वक़्त तेरे न ही बदले है तेरे हालात..
ऐ नए साल बता क्या है तुझ में नई बात....
तेरे आने से दिल में आये है नए जज़्बात,,,
उम्मीदें है बढ़ने लगी खुशियों का है साथ,,
भुला के खुद को खुश हो जाता हूँ एक पल के लिए,,
पर गुज़रे वक़्त की याद में आँखों से होती है बरसात..
ऐ नए साल बता क्या है तुझ में नई बात......
👉 https//twitter.com/SBukhshi/status/1080161577083367424?s=19
-साबिर बख़्शी
ऐ नए साल बता क्या है तुझ में नई बात,,
क्यों मचाता है शोर दीवानो की तरह ऐ दिल,,
न बदले है वक़्त तेरे न ही बदले है तेरे हालात..
ऐ नए साल बता क्या है तुझ में नई बात....
तेरे आने से दिल में आये है नए जज़्बात,,,
उम्मीदें है बढ़ने लगी खुशियों का है साथ,,
भुला के खुद को खुश हो जाता हूँ एक पल के लिए,,
पर गुज़रे वक़्त की याद में आँखों से होती है बरसात..
ऐ नए साल बता क्या है तुझ में नई बात......
👉 https//twitter.com/SBukhshi/status/1080161577083367424?s=19
-साबिर बख़्शी
No comments:
Post a Comment
Plz comment if you like the post