सफर को अधूरा न छोड़ो,,
खुद से वादा करके न तोड़ो,,
मुश्किलों का आना तो तय है,,
मेहनत करो हाथ न जोड़ो...
अँधेरी रातों से अब न डरो तुम,,
लिख लो खुद अपनी क़िस्मत तुम,,
तुम से बने ये दुनिया तुम्हारी,,
दुनिया के रिबाज़ो से न बनो तुम...
खुद से वादा करके न तोड़ो,,
मुश्किलों का आना तो तय है,,
मेहनत करो हाथ न जोड़ो...
अँधेरी रातों से अब न डरो तुम,,
लिख लो खुद अपनी क़िस्मत तुम,,
तुम से बने ये दुनिया तुम्हारी,,
दुनिया के रिबाज़ो से न बनो तुम...
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